Thursday 27 December 2012





चाहत  की  पोटली 

आज जीने की तमन्ना है , कुछ करने का इरादा 
बहुत ढूढ ली दूसरों की हँसी मे अपने ख़ुशी 
आज अपनी एक पहचान बनाने का इरादा है!
आज अपनी मुस्कान पे शर्माने का इरादा है !
वो पल बीत गया जब इंतज़ार रहता था अनोखे पल का 
आज हर पल को अनोखा बनाने का इरादा है!
अब दुसरो के सहारे नहीं 
अपनी शक्ति पे संसार बनाने का इरादा है!
आज जीने की तमन्ना है ! कुछ करने का इरादा है! 

 बहुत किया सब के लिए आज अपने में खोने का इरादा है !
अपने पर ही प्यार लुटाने का इरादा है!
भोर से निशा तक बस अपने में डूब जाने का इरादा है  
डूबे रह जाने का इरादा है!
अब कमी खलती नहीं ये एहसास करने का इरादा है!
 बहुत दूर खो जाने का इरादा है!
आज अपने लिए जी जाने का इरादा है!
यूही हमेशा मुस्कुराने का इरादा है।।मुस्कुराते जाने का इरादा है!!