खुशियों की छाव तले
ना कर ये कीमती मोती बेकार
भर नई चाहत कर नया प्रयास
की हो जाए तेरे हर एक सपने साकार
कैसे जीवन से तू हार गया
जो न मिला तो तूने फिर ना दोबारा प्रयास किया
जब तक तू हिम्मत हारेगा अपनी मेहनत से दूर भागेगा
ना कभी तेरे सपने सच होंगे
बस ऐसे ही मोती तेरे मन के पल पल में व्यर्थ होंगे
तू भी बढ़ चल आगे निकल
पीछे छोड़ उन रूठी बीती बातों को
चल चल आगे कर मेहनत बढचल
भूल जा वो कडवी यादों को
अगर करना ही है कुछ मुट्ठी मे
तो कर भरसक प्रयास इतना
की देख तेरी लगन चाहत को
पिगल जाये नीला बादल
पिगल जाए ईश्वर का मन
कर दे वो सब चरणों में तेरे
दे दे तुझको हर चाहत का फल
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